औरंगजेब समर्थकों को हिंदुस्तान में नहीं कोई स्थान: महेंद्र प्रताप

 औरंगजेब समर्थकों को हिंदुस्तान में कोई स्थान नही: महेंद्र प्रताप 


- श्रीकृष्ण जन्म स्थान के विवादित  स्थान पर मंदिर था मंदिर ही बनेगा


मथुरा: श्री कृष्ण जन्म भूमि मुक्ति न्यास के अध्यक्ष महेंद्र प्रताप सिंह एडवोकेट ने न बुधवार को आताताई मुग़ल औरंगजेब समर्थकों पर जमकर के बरसे और कहा, ऐसे लोगों के लिए हिंदुस्तान में कोई जगह नहीं है। वे यहां से अपना बोरिया बिस्तर बांधकर वहां वापस जा सकते हैं, जहां से औरंगजेब आया था। इसके साथ उन्होंने यह भी घोषणा की, श्रीकृष्ण जन्मभूमि का जो विवादित स्थल है वहां पहले भी मंदिर था और अब भी मंदिर बनेगा। कोई विधर्मी ताकत हिंदुओं को नहीं रोक सकती है।


वृंदावन के बुर्जा रोड स्थित एक आश्रम में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए श्री कृष्ण जन्म भूमि मुक्ति न्यास के अध्यक्ष महेंद्र प्रताप सिंह एडवोकेट ने कहा कि महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले के खुल्दाबाद में औरंगजेब की कब्र है। कब्र पर मकबरा बनाने की जो लोग बात कर रहे हैं वह यह नहीं जानते कि औरंगजेब ने भारत वासियों पर कितने जुल्म अत्याचार किए। यहां तक कि हिंदू मंदिरों को भी औरंगजेब ने तहस नहस कर दिया । मथुरा स्थित श्री कृष्ण जन्मभूमि के मूल गर्भ गृह पर बने भगवान श्री कृष्ण के मंदिर को तोड़कर वहां पर एक मस्जिद का निर्माण करवा दिया। इतिहास इस बात का साक्षी है किसी आधार को बनाकर वह हाई कोर्ट में मुकदमा भी लड़ रहे हैं उनकी मांग मस्जिद को हटाकर मूल गर्भ गृह पर एक भव्य मंदिर का निर्माण करने की है इसके साथ ही भगवान श्री कृष्ण के विग्रह को यहां से लेकर जमा मस्जिद की सीढ़ियों में लगाने का मामला भी हाई कोर्ट में विचाराधीन है उन्होंने कहा कि श्री कृष्ण जन्म स्थान के जिस हिस्से पर मस्जिद वर्तमान में बनी है, वहां पहले मंदिर था और अब वहां पर मंदिर बनकर रहेगा। इसके लिए वह पूरे देश भर में आंदोलन चला रहे हैं । भारत के बाहर भी ऑस्ट्रेलिया स्पेन समय कई देशों में भगवान श्री कृष्ण का भव्य मंदिर निर्माण कराए जाने के लिए आंदोलन किया जा रहा है उन्होंने कहा कि अब हिंदू जग गया  और वह अपने हक के लिए लड़ना  सीख गया है उन्होंने बताया कि 11 जनवरी को श्री कृष्ण जन्म स्थान से आरंभ किए गए हस्ताक्षर अभियान में अब तक छह करोड़ से ज्यादा लोगों ने अपने हस्ताक्षर करके इस बात का प्रमाण भी श्री कृष्ण जन्मभूमि मुक्ति न्यास को दिया है। उन्होंने बताया कि बहुत जल्द एक कार्यक्रम का आयोजन अयोध्या में होने वाला है । जिसमें आंदोलन को और तीव्रता देने की रणनीति पर मंथन होगा और वैष्णो  धाम, रामेश्वरम और जगन्नाथपूरी से भी मथुरा के लिए आने वाली यात्राओं का लक्ष्य श्री के जन्मभूमि को अतिक्रमण से मुक्त करना है और उन्होंने कहा कि वह एक  दिन मुक्त होकर रहेगी।

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